कोर्ट मैरीज एक दिन में करने का पुरा कानूनी प्रक्रिया
कोर्ट मैरीज का शर्त
कोर्ट मैरिज करने के लिए सबसे जो महत्वपूर्ण बात है वह बात यह है कि लड़की का उम्र कम से कम 18 साल पूरा होना चाहिए और लड़का का उम्र कम से कम 21 साल पूरा होना चाहिए। इससे कम उम्र होने पर कोर्ट में शादी नहीं हो पायेगा और यदि आप किसी दूसरे प्रकार से भी शादी करते हैं तो यह शादी कानूनन अपराध है। आपको कोर्ट में शादी करते समय अपने पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज ले जाना है जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड , मतदाता पहचान पत्र, स्कूल का कोई सर्टिफिकेट और पांच-पांच फोटो। यह सब आप को कोर्ट में लेकर जाना होगा। यह दस्तावेज में खास करके यह देखा जाएगा कि आप शादी करने के योग्य है या नहीं। कोर्ट मैरिज ऑनलाइन नहीं होता है इसके लिए आपको फिजिकली उपस्थित होना होगा कोर्ट में।
कोर्ट मैरीज में कितना समय लगेगा
कोर्ट मैरिज अब 1 दिन में संपन्न हो जाएगा। पहले जैसे घर नोटिस भेजा जाता था तो उसमें 30 दिन का प्रोसेस लगता था क्योंकि कोर्ट देखती थी कि 30 दिन के अंदर यदि कोई व्यक्ति आपका शादी पर किसी प्रकार का ऑब्जेक्शन नहीं डालता है तो आपका शादी करवाया जाता था , लेकिन अब यह नियम को समाप्त कर दिया गया है, यानी कि यदि आप कोर्ट मैरिज करते हैं तो आपका घर पर किसी प्रकार का कोई नोटिस नहीं भेजा जाएगा। यह 30 दिन का जो समय पाबंदी था अब यह खत्म हो गया है। अब आप लोग मात्र एक ही दिन में कोर्ट में शादी कर सकते हैं और आपको शादी से संबंधित दस्तावेज भी कोर्ट एक ही दिन में दे देगी । आप इस शादी का कागजात को ऑनलाइन भी निकाल सकते हैं।
शादी में गवाह कौन देगा
आपको बता दें कि कोर्ट में शादी करते समय आपको दो गवाही देना होगा कम से कम। आप ज्यादा भी दे सकते हैं ।लेकिन कम से कम दो गवाही देना जरूरी है। आप जब भी शादी के लिए कोर्ट जाते हैं तो अपने साथ दो गवाह को लेकर जाइए। ये जरूरी नहीं है कि यह दो गवाह आपका परिवार का कोई हो या रिश्ता का कोई हो और यह भी जरूरी नहीं है कि यह गवाह लड़की का परिवार का कोई होना चाहिए और लड़की का कोई रिश्तेदार का होना चाहिए। गवाह कोई तीसरा व्यक्ति भी हो सकता है । जैसे कोई आपका दोस्त हो तो वह भी गवाह दे सकता है, लेकिन यहां ध्यान रखना होगा आप जिससे गवाह दिला रहे हैं उसका आधार कार्ड और तीन फोटो चाहिए
कोर्ट में शादी के समय पुछने वाला प्रशन
कोर्ट में शादी के समय सामान्यतः कुछ प्रश्न पूछा जाता है। यदि लड़की डरी रहती है तो उस परिस्थिति में लड़की से यह सवाल किया जाता है कि वह किसी का डर से शादी कर रही है या किसी के दबाव में आकर शादी कर रही है या उसको शादी के लिए किसी प्रकार का कोई प्रलोभन दिया गया है? इसी प्रकार का कुछ प्रश्न कोर्ट के द्वारा पूछा जाता है। बहुत सा व्यक्ति का यह प्रश्न होता है कि यदि हमलोग कोर्ट में जाएंगे शादी करने तो यह पूछा जा सकता है कि आप लोग कोर्ट मैरिज क्यों कर रहे हैं, तो आपको बता दें इस प्रकार का कोई भी प्रश्न आपसे नहीं पूछा जाएगा। मात्र दो या तीन ही प्रश्न पूछा जाएगा। वह भी आपका शादी से संबंधित उसमें ना तो आपको घबराने की जरूरत है और ना ही यहां डरने वाला कोई बात है। यह समान्य पूछे जाने वाला प्रश्न है और वही आपसे भी पूछा जाएगा।
कोर्ट में शादी के लिए वकील करें
कोर्ट में शादी करते समय आपको वकील का मदद ले लेना चाहिए क्योंकि यहां पर कुछ कानूनी प्रक्रिया है। यदि वह प्रक्रिया आपका उचित तरीके से नहीं हो पाता है तो आपको बाद में परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यदि आप वकील का सहायता ले लेते हैं तो आपका काम बहुत ही आसान हो जाएगा। इसमें कुछ कानूनी प्रक्रिया होता है जैसे शपथ पत्र बनाना तो यह सब काम आपका बहुत आसान हो जाएगा और आपका वकील इसमें मदद कर देगी। सभी वकील का फीस अलग अलग होता है। वकील का चार्ज कोई फिक्स नहीं है कि वकील कितना पैसा लेगा। आप यदि नया वकील करते हैं तो वह आपको कम पैसा में काम कर देगा। यदि आप कोई सीनियर वकील को करते हैं तो वह आपसे ज्यादा चार्ज करेगा, तो यहां पर आप जूनियर वकील से भी अपना शादी करवा सकते हैं। इसमें आपको कोई परेशानी भी नहीं होगा और पैसा भी कम लगेगा।
अलग धर्म में शादी कैसे करें
आपको बता दें कि आप कोई भी धर्म से शादी कर सकते हैं। यदि हिंदू लड़का है, मुस्लिम लड़की है फिर भी कोर्ट में शादी किया जा सकता है। यदि मुस्लिम लड़का है हिंदू लड़की है फिर भी कोर्ट में आप लोग शादी कर सकते हैं, लेकिन यहां जो ध्यान रखने वाला बात है आपलोगों का उम्र एक दिन भी कम नहीं होना चाहिए। यानि की लड़की का उम्र न्यूनतम 18 साल और लड़का का उम्र न्यूनतम 21 साल पुरा होना चाहिए। यदि उम्र में 1 दिन भी कम है तो फिर आपका यह शादी नहीं होगा।