एग्रीमेंट कैसे लिखें एग्रीमेंट का मान्यता कहा तक

  आज के इस पोस्ट में हमलोग बात करने जा रहे हैं शादे पेपर पर किया गया एग्रीमेंट का मान्य है या नहीं? साथ ही साथ इस पोस्ट में हम यह भी देखेंगे कि यदि एग्रीमेंट रजिस्टर नहीं किया गया है तो इसका क्या मान्यता है? यदि हम कम शुल्क का स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट कर लेते हैं तो इसका क्या मान्यता है? यह सभी जानकारी आज की इस पोस्ट में आपको विस्तार से देखने को मिलेगा। 

एग्रीमेंट कैसे लिखे

द इंडियन स्टैंप एक्ट 1899 के सेकशन 35 में कहा गया है स्टांप पेपर के बारे में यदि आपको जितने रुपया का स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट करना था उससे कम शुल्क का स्टांप पेपर पर यदि आप एग्रीमेंट तैयार करते हैं तो यह कानून मान्य नहीं होगा। साथ ही साथ आपको बता दें किस कार्य के लिए कितना रुपया का स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट करना है। यह जानकारी आपको अपना स्टेट का यानी कि आपका राज्य का रेवेन्यू डिपार्टमेंट का वेबसाइट से मिलेगा तो आप जब भी कोई एग्रीमेंट करवा रहे हैं तो आप अपना रेवेन्यू डिपार्टमेंट का जो ऑफिशल वेबसाइट है उसपर जाकर जानकारी ले सकते हैं। यहां पर हम क्लियर नहीं करना चाहेंगे कि आपको कितना रुपया का स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट करना चाहिए क्योंकि सभी स्टेट का अलग-अलग नियम है तो आप अपना स्टेट का रेवेन्यू डिपार्टमेंट का ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएंगे तो इसके बारे में आप विस्तार से जानकारी ले सकते हैं। 

 एग्रीमेंट करना जरूरी है या नहीं है तो इसका जानकारी हमें मिलता है द इंडियन रजिस्ट्रेशन एक्ट 1908 के सेकशन 17 में इसमें कहा गया है यदि कोई अचल संपत्ति है और उसका खरीद या बिक्री किया जा रहा है तो ऐसी स्थिति में एग्रीमेंट तैयार किया जाएगा और उस एग्रीमेंट को रजिस्टर करना भी आवश्यक है। यदि आप एग्रीमेंट को रजिस्टर नहीं करेंगे तो यह एग्रीमेंट कानून मान्य नहीं होगा। यदि आप एग्रीमेंट को सिर्फ नोटरी कर लेते हैं और उसको सब रजिस्टार का ऑफिस में रजिस्टर्ड नहीं करते हैं तो यह एग्रीमेंट कानून अमान्य हो जाएगा। और इस एग्रीमेंट के आधार पर आप माननीय न्यायालय में कैसे भी नहीं कर पाएंगे और ना ही सबूत के तौर पर पेश कर पाएंगे साथ ही साथ यहां एक चीज बताना बहुत जरूरी है यदि आप एग्रीमेंट को रजिस्टर्ड करवा लेते हैं तो ऐसी स्थिति में यदि आपके पास जो ओरिजिनल एग्रीमेंट है वह गुम हो जाता है तो इस परिस्थिति में आप सब रजिस्टार का ऑफिस से एक प्रमाणित प्रति ले सकते हैं और सबूत के तौर पर माननीय न्यायालय में बसे भी कर सकते हैं इसलिए एग्रीमेंट का रजिस्टर करना काफी जरूरी है यानी कि बिना रजिस्टर्ड किया गया एग्रीमेंट का कोई भी कानून मानता नहीं है साथ ही साथ शादी पेपर पर बनाया गया एग्रीमेंट का भी कोई मानता नहीं है।

कम शुल्क का स्टांप पेपर

 यदि आप कम  शुल्क का स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट तैयार करते हैं तो ऐसी स्थिति में यह एग्रीमेंट कानून मान्य तो नहीं होगा लेकिन जितना रुपया का स्टांप पेपर पर आपको एग्रीमेंट करना था उतने रुपए आप माननीय न्यायालय में शुल्क देकर उस एग्रीमेंट को काम में ले सकते हैं। उसके बाद इस एग्रीमेंट का कानून मान्यता मिल जाएगा। इस विषय पर हम संपत टेक्नो यूट्यूब चैनल पर एक विस्तार से वीडियो भी बनाए हुए हैं तो आप उसे वीडियो को अधिक जानकारी के लिए देख सकते हैं। 

एग्रीमेंट का रजिस्टर करना क्यों जरूरी है

 यदि आप एग्रीमेंट को रजिस्टर करवा लेते हैं तो इसके दो सबसे बड़े फायदे हैं। पहला तो सबसे बड़ा फायदा यह है की एग्रीमेंट में जो भी बात लिखा गया है जो भी क्लोज लिखा गया है वह सभी को कानूनी मान्यता मिल जाता है। यानी कि रजिस्टर किया गया एग्रीमेंट को कोई भी पक्षकार यह नहीं कह सकता है कि हमसे धोखे से एग्रीमेंट तैयार करवा लिया गया है। रजिस्टर किया गया एग्रीमेंट में जो बात लिखा गया है वह 100% मान्य होगा और उसे आप न्यायालय में सबूत के तौर पर पेश कर सकते हैं। दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है यदि आप एग्रीमेंट को रजिस्टर करवा लेते हैं और यह एग्रीमेंट यदि खो जाता है गुम हो जाता है तो ऐसी स्थिति में सब रजिस्टार का ऑफिस से एक प्रमाणित प्रति निकाल कर सबूत के तौर पर पेश कर सकते हैं। 

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