चेक बाउंस होने पर करें ये काम दोगूना पैसा मिलेगा



आज की इस पोस्ट में हमलोग बात करेंगे चेक बाउंस के बारे में । यदि आप किसी व्यक्ति से चेक में पैसा लेते हैं और वह चेक बाउंस हो जाता है तो आपके पास कौन-कौन से कानूनी अधिकार है उस पैसे को प्राप्त करने का। इसी के बारे में हम लोग चर्चा करेंगे।


चेक बाउंस क्यों होता हैं 


 चेक बाउंस होना मुख्य रूप से तीन बातों पर निर्भर करता है (1) जिस दिन आपको चेक दिया गया है उस दिन से 90 दिनों तक उस चेक की वैधता होता है। यदि आप 90 दिनों के बाद उसको बैंक में जमा करेंगे तो वह चेक बाउंस हो जाएगा।

(2)  चेक जारीकर्ता जितना पैसा चेक में डाला है उतना पैसा से यदि कम पैसा उसका बैंक खाता में है तो आपका चेक बाउंस हो जाएगा।

(3) चेक जारीकर्ता का बैंक खाता किसी कारण वश बंद हो गया हो तो उस परिस्थिति में भी आपका चेक बाउंस हो जाएगा








चेक बाउंस होने पर बैंक क्या करेगा 


जब भी आपका चेक बाउंस होता है तो बैंक द्वारा उसको वापस किया जाता है साथ ही चेक बाउंस होने का कारण भी बैंक द्वारा आपको लिखित में दिया जाता है। बैंक द्वारा स्पष्ट किया जाएगा कि आपका चेक बाउंस क्यों हुआ है।  उदाहरण के लिए यदि चेक जारीकर्ता का बैंक खाता ब्लॉक हो गया है तो बैंक द्वारा लिखित में आपको यह सुनिश्चित करेगा।  चेंक बाउंस होने पर बैंक द्वारा जो भी लिखित में कारण बताया जाएगा उसको आप संभाल कर रखेंग  क्योंकि यही वो कानूनी सबूत है जो आपको पैसा लेने में आगे मदद करेगा।


चेक बाउंस होने पर क्या करें 


 चेक बाउंस होने के बाद आप एक लीगल नोटिस उस व्यक्ति को भेजेंगे जिसने यह चेक जारी किया था। यहां पर एक नया शब्द आ रहा है "लीगल नोटिस"।

लीगल नोटिस क्या है और इसे कैसे भेजा जाता है इसका भी चर्चा आगे कर लेंगे।


कोर्ट में केस कब करें 


लीगल नोटिस भेजने के 15 दिनों के अंदर यदि चेक देने वाला आपको पैसा नहीं देता है तो जिस दिन यह 15 दिन का अवधि खत्म होता है उस दिन से 30 दिनों के अंदर आप नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के सेक्शन 138 के तहत उस व्यक्ति के विरुद्ध कोर्ट में केस कर सकते हैं। यदि आप 30 दिन के बाद केस करेंगे तो आपको विलंब से केस करने का कारण बताना होगा। यदि आपका कारण उचित नहीं हुआ तो कोर्ट आपका केस लेने से इंकार भी कर सकता है।

यदि चेक को बाउंस हुए 1 महीने से ज्यादा हो गया है और चेक जारी करना 90 दिनों से ज्यादा नहीं हुआ है तो इसे पुनः बैंक में जमा करना चाहिए ताकि यह चेक बाउंस हो जाए और केस फाइल करने के लिए आपको 30 दिनों का समय पुनः मिल सके। यदि चेक बाउंस हुए 30 दिनों से अधिक हो गया है और चेक जारीकरना 90 दिनों से अधिक हो गया है तो आप धारा 420 के तहत चेक जारीकर्ता के के विरुद्ध पुलिस थाना में धोखाधड़ी का केस फाइल कर सकते हैं।


पैसा कैसे मिलेगा वापस 


 यदि आपका चेक बाउंस होता है तो यह एक अपराध है। कोर्ट द्वारा सुनवाई करने पर यदि चेक जारीकर्ता दोषी पाया जाता है तो उसे सजा के रुप में, चेक में जितना पैसा डाला था उसका दोगुना पैसा साथ ही 2 साल तक का सजा हो सकता है। और ये दोगुना पैसा आपको मिलेगा।

"लिगल नोटिस के बारे में जानने के लिए आप मेरा वेबसाइट पर पिछे वाला पोस्ट को देखिये। 

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