दो डिग्री एक साथ लेना मान्य है?


आज की इस पोस्ट में हमलोग बात करेंगे कि दो डिग्री कोर्स एक साथ किया जा सकता है या नहीं? यदि किया जा सकता है तो इसके लिए कौन-कौन से कोर्स एक साथ करने पर मान्य होगा। इसी टॉपिक पर आज के इस पोस्ट में हम लोग विस्तार से चर्चा करें।


UGC क्या है 


आपने UGC का नाम सुना होगा, जिसका फुल फॉर्म होता है University Grand Commission और हिंदी में होता है विश्वविद्यालय अनुदान आयोग। यूजीसी 28 दिसंबर 1953 को अस्तित्व में आया और विश्वविद्यालय में शिक्षा, परीक्षा और अनुसंधान के मामलों में निर्धारित और रखरखाव के लिए 1956 में संसद के एक अधिनियम द्वारा भारत सरकार का एक वैधानिक संगठन बन गया।






दो डिग्री एक साथ मान्य है 


 काफी समय पहले से ही बहुत से विद्यार्थीयो और संस्थाओं का यह जोड़ था कि एक साथ दो डिग्री कोर्स करने की इजाजत दी जाए। इसके लिए यूजीसी ने पहले ही एक एक्सपर्ट पैनल गठित किया। नए फैसले के मुताबिक अब कोई भी विद्यार्थी एक रेगुलर डिग्री कोर्स के साथ दूसरा डिग्री कोर्स डिस्टेंस लर्निंग मोड या ओपन लर्निंग मोड से, उसी यूनिवर्सिटी या फिर किसी दूसरे यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट से कर सकता है। इसी तरह कोई स्टूडेंट एक रेगुलर कोर्स करने के साथ उसी यूनिवर्सिटी या फिर कोई दूसरा यूनिवर्सिटी या इंस्टिट्यूट से सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स, पीजी डिप्लोमा कोर्स, डिस्टेंस या ओपेन से कर सकता है। लेकिन ये सुविधा सभी यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट में उपलब्ध नहीं रहता है।


कब दो डिग्री करना मान्य नहीं है


 एक साथ दो डिग्री या डिप्लोमा कोर्स नहीं किया जा सकता है। इतना ही नहीं इसी फैसले के तहत अब यूजीसी ने ज्वाइंट डिग्री के प्रवधान को भी मंजूरी दे दी है। इसके तहत अब कोई भी स्टूडेंट एक से ज्यादा इंस्टिट्यूट से संयुक्त तौर पर पढ़ाई कर सकता है और डिग्री ले सकता है।यह व्यवस्था शिक्षा के लिए बेहतर साबित हो सकता है। विदेशी विश्वविद्यालय में यह प्रावधान पहले से ही लागू है। वैसे पूरे भारत देश का शिक्षण संस्थान का रखरखाव करने का जिम्मेवारी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को है, जो संस्था से इतना ज्यादा यूनिवर्सिटी कॉलेज जुड़ा हुआ है उसके ऊपर काफी सारे जिम्मेदारी भी होती है, जिसके कारण यूजीसी ने समय-समय पर अपना नियमावली में सुधार और नया नियम बनाते रहते हैं। इसके लिए आप जब भी 2 डिग्री कोर्स करने जा रहे हैं तो आपको विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का वेबसाइट पर जाकर इसका प्रावधान को चेक कर लेना चाहिए।

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